हिंदी भाषा

भाषा का उद्भव और विकास

कई साल पहले अत्यंत प्रिय मेरी मौसी को दिल का दौरा पड़ गया। अचानक उत्पन्न यह परिस्थिति मेरे लिए वज्रपात से कम नहीं थी। मैं बुरी तरह से घबरा गया। क्योंकि मौसी मेरे दिल के सबसे करीब थी। उनके बगैर जीवन की कल्पना भी मेरे लिए मुश्किल थी। सुखद आश्चर्य के तौर पर कुछ घंटों […]

हिंदी की दुनिया और दुनिया में हिंदी

वैश्विक स्तर पर विभिन्न भाषाओं की प्रभावशीलता से संबंधित “Power Language Index” नाम से जारी एक हालिया शोध के परिप्रेक्ष्य में हिंदी की वैश्विक स्थिति और हकीक़त से रूबरू कराता एक विश्लेषणात्कम लेख। अभी हाल ही में एक खबर आयी थी वैश्विक स्तर पर दुनिया की सर्वाधिक प्रभावशाली 124 भाषाओं में हिंदी का 10वां स्थान

हिंदी की फुल स्पीड

जब मैंने होश संभाला तो देश में हिंदी के विरोध और समर्थन दोनों का मिला-जुला माहौल था। एक बड़ी संख्या में लोग हिंदी प्रेमी थे, जो लोगों से हिंदी अपनाने की अपील किया करते थे। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों, खासकर तमिलनाडु में हिंदी के प्रति हिंसक विरोध की खबरें भी जब-तब सुनने-पढ़ने को मिला

हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं की प्रगति में तकनीकी का योगदान

आज का युग तकनीक का है, जिसे हम “टेक्नोयुग” भी कह सकते हैं, इसलिए आपने देखा होगा कि आज-कल हम प्रत्येक काम में टेक्नोलॉजी का भरपूर प्रयोग करते हैं। उदाहरण के तौर पर अब कोई भी पहले जैसा 25 पैसों वाला पोस्ट कार्ड या 75 पैसों वाला अंतर्देशीय पत्र खरीद कर चिट्ठियां लिखना पसंद नहीं

हिंदी भाषा : उत्पत्ति और विकास

हिन्दी भारोपीय परिवार की आधुनिक काल की प्रमुख भाषाओं में से एक है। भारतीय आर्य भाषाओं का विकास क्रम इस प्रकार है- संस्कृत>> पालि >> प्राकृत >> अपभ्रंश >> हिन्दी व अन्य आधुनिक भारतीय आर्य भाषाएँ। आधुनिक आर्य भाषाएँ उत्तर भारत में बोली जाती हैं। दक्षिण भारत की प्रमुख भाषाएँ तमिल (तमिलनाडु), तेलुगू (आंध्र प्रदेश),

हिन्दी कम्प्यूटिंग : कुछ बाधाएं और कुछ उपाय

हिंदी कम्प्यूटिंग से संबन्धित लेखों की शृंखला (Series) का तीसरा लेख हिंदी कम्यूटरी की कुछ बाधाएं : अभी भी हिंदी कम्प्यूटिंग की राह में अनेक अवरोध हैं जिन्हें दूर करके ही डिजिटल हिंदी की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है। उदाहरण के लिए निम्नलिखित समस्याएं आज भी राह का रोड़ा बनी हुई हैं:- कुछ

हिन्दी कम्प्यूटिंग : आधारभूत तत्व एवं वर्तमान स्वरूप

हिंदी कम्प्यूटिंग से संबन्धित लेखों की शृंखला (Series) का दूसरा लेख तकनीकी रूप से देखा जाए तो हिंदी कम्प्यूटिंग अभी भी अपनी शैशवावस्था में ही है। अभी भी कंप्यूटर में हिन्दी या अन्य भारतीय भाषाओं को सौ फीसदी सपोर्ट करने वाले प्रभावी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयरों का विकास नहीं हुआ है। कभी टेक्स्ट (Text) का स्क्रीन

हिन्दी कम्प्यूटिंग : एक परिचय

हिंदी कम्प्यूटिंग से संबन्धित लेखों की शृंखला (Series) का पहला लेख बैंक, सरकारी कार्यालयों, स्कूल दफ्तरों, निजी प्रतिष्ठानों या कोर्ट कचहरी आज हर जगह कम्प्यूटर की घुसपैठ हो गई है। लगता है कि बिना कम्प्यूटर के किसी भी संस्था या कहें कि राष्ट्र की व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित हो सकती। यह कोई कपोल-कल्पना नहीं,

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